श्रम कानून कमजोर होने से श्रमिकों का उत्पीड़न बढ़ा: सिंघल

श्रम कानून कमजोर होने से श्रमिकों का उत्पीड़न बढ़ा: सिंघ
धीरसिंह
हरिद्वार । भारतीय मजदूर संघ के जिला महामंत्री सुमित सिंघल ने कहा कि जिस प्रकार सरकार ने श्रम कानूनों में ढील दी उससे श्रमिकों का उत्पीड़न बढ़ा है। विभागीय अधिकारियों द्वारा मजदूरों के हितो के श्रम कानूनों की जानकारी तक उन्हें नहीं दी जा रही है। रविवार को रोशनाबाद स्थित एक संस्थान में असंगठित मजदूरों के एक कार्यक्रम के दौरान सुमित ने श्रमिकों को सम्बोधित किया।उन्होंने कहा कि श्रमिकों को जानकारी नहीं देना भी उनका उत्पीड़न है। सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ अधिकारी श्रमिकों तक नहीं पहुंचा रहे हैं। बिचौलिए उसका लाभ ले रहे हैं। सुमित ने कहा कि कोरोना संक्रमण के दौरान औद्योगिक इकाइयों में बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की छंटनी की गई I जिससे बेरोजगारी बढ़ी है जो लोग काम करते हैं, कोरोना के नाम पर उनका वेतन कम कर दिया और काम के घंटे बढ़ा दिए गए। संघ के प्रचार मंत्री अवनीश शुक्ला ने कहा कि फैक्ट्रियों में महिलाओं का उत्पीड़न रोकने को आज तक श्रम विभाग या उद्योगपतियों ने समिति का गठन तक नहीं किया है। बैठक में पवन राजपूत, सुनील कुमार, डॉ संजय कुमार, रामवीर कुशवाह, बबीता, दीपमाला देवी, योगेश कुमार, अतुल कुमार, अंकित कुमार, ललित कुमार, शिवम पांडे, बबलू कुमार, विपिन, राजन सिंह, अतुल प्रसाद, विनोद सिंह,अश्विनी त्यागी, प्रियंका, दीप, संजोता, रेश्मा सिंह आदि असंगठित मजदूर मौजूद रहे I

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