बिना शिक्षा के कोई भी समाज तरक्की नहीं कर सकता, भारत सरकार महात्मा ज्योतिराव फुले को करें “भारत रत्न “से सम्मानित -डॉ पहल सिं
धीरसिंह
भगवानपुर -बिंडू गांव मे राष्ट्रपिता महात्मा ज्योति राव गोविंदराव फुले की 194वी जयंती पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनको याद किया गया, बिना शिक्षा के कोई भी समाज पशु के समान होता है उनके बताए मार्ग पर चलकर ही समाज तरक्की के रास्ते पर बहुत सकता है उक्त उद्गार विकलांग सेवा संस्थान के संस्थापक डॉक्टर पहल सिंह ने बिंदु खडक स्थित अपने आश्रम मे व्यक्त किए I
ऑल इंडिया सैनी सेवा समाज उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष ओमपाल सैनी ने कहा कि जिस तरीके से 19वीं सदी में ब्राह्मणों द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा ज्योतिराव फुले एवं माता सावित्रीबाई फुले ने समाज को एक नई दिशा देने के लिए शिक्षा का अलख जगाई थी उस समय ब्राह्मणवादी व्यवस्था के चलते हुए दलितों एवं पिछड़ों के साथ भेदभाव पूर्ण अत्याचार किया जाता था
उनके मिशन को बढ़ाने के लिए बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने दलितों पिछड़ों अल्पसंख्यक को इस दलदल से बाहर निकालने के लिए कहां था कि शिक्षा वह शेरनी का दूध है जिसे पीकर व्यक्ति अपने अधिकारों के लिए संघर्ष कर सकता है और अपने समाज को तरक्की की ओर ले जा सकता है जिला कार्यालय मंत्री पदम सिंह सैनी ने अपने संबोधन में कहा कि देश की आजादी को 73 साल गुजरने के बाद भी राष्ट्रपिता महात्मा ज्योतिराव गोविंदराव फुले को जिन्होंने पिछड़ेे एवं दलितोंं के अधिकारों के लिए संघर्ष किया
उनको भारत रत्न से नवाजाना चाहिए उन्होंने भारत सरकार से मांग करते हुए कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा ज्योति राव फूले एवं माता सावित्रीबाई फुले भारत रत्न से सम्मानित किया जाए I चौधरी रविंद्र कुमार ने कहां की जिस तरीके से हमारे महापुरुषों को राजनीतिक पार्टियां अपने स्वार्थ के लिए घसीटते है और उनके समाज के प्रति संघर्ष को बताए मार्ग पर नहीं चल पाते हैं रविंद्र कुमार ने कहा महापुरुषों के मार्ग पर चलते हुए भारत देश का किसान, मजदूर तभी सुखी रह सकते हैं
जब उनके पद चिन्हों पर चलकर समाज के प्रति संवेदनशील हो I इस अवसर पर मुख्य रूप से डॉक्टर अनिल कुमार सैनी, डॉ पदम कुमार सैनी, संदीप कुमार सैनी, अनुराधा सैनी, गीता सैनी डॉ परवेज, बिट्टू राठी, धूम सिंह सैनी, सोमपाल शास्त्री, राजीव चौधरी, भगवानपुर विधायक ममता राकेश के पुत्र अभिषेक राकेश, पुरुषोत्तम शर्मा, रितेश चौधरी, चौधरी महकार सहीत सैकड़ों लोग मौजूद रहे
