संपन्न लोगों के बन रहे अंतोदय कार्ड,गरीब देख रहे बाट ,विभाग नहीं कर रहा कोई करवाई।

संपन्न लोगों के बन रहे अंतोदय कार्ड,गरीब देख रहे बाट ,विभाग नहीं कर रहा कोई करवाई।

यूके समाचार 24

8 अगस्त 2024

नारसन । ब्लॉक नारसन के गांव नगला एमाद के राशन डीलर पर ग्रामीणों द्वारा गंभीर आरोप लगाए गए हैं। सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि नगला एमाद के एक राशन डीलर जो राशन डीलरों का ब्लॉक अध्यक्ष बताए जाते हैं ।वह जिसके पास 50 बाई से ऊपर जमीन है और दो लड़के सरकारी नौकरी में है उनकी पत्नी के नाम से अंतोदय का कार्ड बनाया गया है। लेकिन विभाग के अधिकारी राजनीतिक दबाव के कारण अभी तक उसे राशन डीलर का राशन कार्ड निरस्त नहीं करा पाए जबकि कुछ राशन डीलरों का कहना है कि वह राशन डीलर अध्यक्ष होने के नाते एस एम आई से प्रत्येक वाहन एक मोटी रकम वसूल करने के लिए दबाव बनाते हैं यदि एस एम आई उसे रकम को नहीं दे पाते तो उनकी शिकायत कर उच्च अधिकारियों से उनका स्थानांतरण करा देते हैं। यह जांच का विषय है जबकि विभाग के अधिकारियों को यह है जानना चाहिए कि जो राशन डीलर 70 वर्ष की आयु पूरी कर चुके हैं। उनकी दुकान उनसे निलंबित कर अन्य के नाम कर देनी चाहिए जिससे अन्य व्यक्ति को गांव के अंदर राशन वितरण करने का कार्य मिल सके और सही समय पर ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जा सके ऐसा ही मामला नारसन ब्लॉक का पहले भी आ चुका है कि जो व्यक्ति राशन डीलरों का ब्लॉक अध्यक्ष था। और वह है मृतक राशन कार्ड धारकों का राशन अपने रजिस्टर में अंकित कर उसको ब्लैकमेल कर रहा था। जिसमें शिकायत के बाद उसे राशन डीलर की दुकान निलंबित कर दी गई ऐसा ही यह मामला है कि जो ब्लॉक अध्यक्ष राशन डीलर है‌ ‌।उसकी स्थिति उससे भी अधिक पावरफुल है क्योंकि यह क्षेत्र के ग्रामीणों का कहना है कि यह एक राजनीतिक व्यक्ति है यदि इस व्यक्ति को कोई अधिकारी महीने में धन नहीं दे पता तो उसका यह है ट्रांसफर करा देते हैं क्योंकि अभी मामला संज्ञान में आया है कि वहां पर कोई महिला एस एम आई का पद संभाल रही थी। जिसे इस व्यक्ति ने प्रत्येक माह एक मोटी रकम वसूलने को लेकर दोनों के बीच झड़प हो गई जिसे लेकर उक्त राशन डीलर अध्यक्ष ने उसकी अधिकारीयों से शिकायत कर उसका स्थानांतरण अन्य स्थान पर करा दिया है ।जबकि विभाग के अधिकारीयों को सोचना चाहिए कि ऐसे भ्रष्ट राशन डीलर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की कार्रवाई करनी चाहिए ।और उनकी पत्नी के नाम से जो बना अंतोदय कार्ड है उसको निरस्त कर जब से वह अंतोदय का लाभ ले रही है उससे वह रकम वसूल होनी चाहिए। जब जिला खाद्य पूर्ति अधिकारी से संपर्क करने की कोशिश की गई तो नेटवर्क प्रॉब्लम की वजह से उनसे संपर्क नहीं हो पाया इसलिएआगे के समाचार में अन्य जानकारी दी जाएगी।

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