महिला जनप्रतिनिधियों की पहचान दबाने में लगे हुए हैं पुरुष जनप्रतिनिधि, ब्लॉक प्रमुख की पहचान क्यों नही होने देते पुरुष प्रतिनिधि,महिला कैसे होंगी सशक्त, प्रशासन है क्यों चुप।

महिला जनप्रतिनिधियों की पहचान दबाने में लगे हुए हैं पुरुष जनप्रतिनिधि, ब्लॉक प्रमुख की पहचान क्यों नही होने देते पुरुष प्रतिनिधि,महिला कैसे होंगी सशक्त, प्रशासन है क्यों चुप।
Uk samachar 24
07नवबंर 2022
धीरसिंह

रूडकी- एक ओर जहां महिलाओं को सशक्तिकरण को लेकर राज्य सरकार कटिबद्ध है ।महिलाओं को जागरूक करने के लिए नयी-नयी योजना बना रही है। वर्तमान में महिलाओं की शक्ति बढ़ाने के लिय को ग्राम प्रधान महिला, ब्लॉक प्रमुख, जिला पंचायत सदस्यों को राज्य सरकार ने वरीयता दी है लेकिन रुड़की ब्लॉक प्रमुख लूबना राव की बात की जाए तो वह हरिद्वार की नहीं बल्कि पूरे उत्तराखंड की एक शिक्षित व सबसे कम आयु वाली प्रमुख बनी है। आज के दौर में जहां महिला एवं पुरुष को बराबर का दर्जा दिया गया है। रुड़की ब्लॉक प्रमुख के परिजन यदि समाचार पत्रों , मीडिया में आदि में रुड़की ब्लॉक प्रमुख लुबना का फोटो नहीं आएगा तो उनकी रुड़की क्षेत्र की जनता में कैसे पहचान हो पाएगी।यही रुड़की ब्लॉक प्रमुख है क्योंकि बीते रोज समाचार प्रकाशित करने के लिए रुड़की ब्लॉक प्रमुख। का फोटोमीडियाकर्मी ने लेना चाहा तो उनके प्रतिनिधि या परिवारिक सदस्य नजाकत में फोटो लेने से साफ इंकार कर दिया। अब देखना यह होगा कि प्रशासनिक अधिकारी ऐसे जनप्रतिनिधियों के परिजनों के विरुद्ध कोई ठोस कदम उठाते हैं या अनदेखी —–

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