इकबालपुर शुगर मिल किसानों के भुगतान को लेकर बना राजनैतिक अखाड़ा, कौन प्रतिनिधि दिला पाएगा 2017-18-18-19का बकाया भुगतान।
08मई2023
झबरेड़ा। लोकसभा चुनाव को देखते हुए नेताओं ने मुद्दे उठाने शुरू कर दिए हैं। बकाया गन्ना भुगतान को लेकर नेताओ ने इकबालपुर मिल को राजनीति अखाड़ा बना लिया है। बीते दिनों पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत व कांग्रेसी विधायको की पूर्व राज्यमंत्री मोहम्मद अयाज के निवास पर हुई गन्ना भुगतान को लेकर आने वाली 9मई को इकबालपुर मिल में धरना देने की बैठक की खबर फैलते ही अन्य दलों की भी आंखे खुल गई ।जिसे देखते हुए खानपुर के निर्दलीय विधायक ने इकबालपुर मिल को ही चुनावी मुद्दा बना लिया है 8 मई सोमवार को खानपुर विधायक उमेश शर्मा भी दल बल के साथ बकाया गन्ना भुगतान को इलबालपुर मिल में रहे।9मई को पूर्व मुखमंत्री हरीश रावत भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ इकबालपुर मिल में धरना देंगे ।लेकिन आज तक किसी भी राजनीतिक दल ने किसानों को पाई भर भुगतान भी नहीं कराया।अब देखना यह है कि विधायक उमेश कुमार के हल्ला बोल से कितना बकाया गन्ना भुगतान हो पाएगा। सोमवार को उमेश कुमार शर्मा विधायक, किसान नेता विकास सैनी और बसपा नेता सुबोध राकेश ने मिल प्रबंधन से वार्ता कर लिखित में कृषि भूमि को बेचकर 25करोंड रेलवे ब्रिज के लिए अधिग्रहित भूमि से 50करोंड तथा कुल मिलाकर 85करो़ड रुपए का भुगतान करने के साथ ही 2.50करोंड जरुरत मंद किसानों को एक सप्ताह में करने का लिखित समझौता किया है।अब देखना है कि 9मई को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत किसानों के लिए क्या नया करते हैं