नगर निगम में विकास की नई परिभाषा,मेयर अनीता अग्रवाल बनीं भरोसा कभी आलोचना का केंद्र मे रही अनीता अग्रवाल एवं ललित मोहन अग्रवाल, बन गए विकास और विश्वास की पहचान…

नगर निगम में विकास की नई परिभाषा,मेयर अनीता अग्रवाल बनीं भरोसा
कभी आलोचना का केंद्र मे रही अनीता अग्रवाल एवं ललित मोहन अग्रवाल, बन गए विकास और विश्वास की पहचान…

यूके समाचार 24

02मई 2025

धीर सिंह
रुड़की।राजनीति में वक्त की चाल और जनता का मिज़ाज कब क्या मोड़ ले ले, कहा नहीं जा सकता। रुड़की की प्रथम महिला मेयर अनीता अग्रवाल और उनके पति ललित मोहन अग्रवाल पर यह कथन को बिल्कुल सटीक बैठता है। जनवरी माह में जब अनीता अग्रवाल का नाम भारतीय जनता पार्टी की ओर से मेयर प्रत्याशी के रूप में सामने आया, तो शहर के कई लोग और कुछ मीडिया संस्थान इस नाम को नकारने में जुट गए थे। कई नकारात्मक प्रचार किए गए और उन्हें कमज़ोर प्रत्याशी घोषित करने की कोशिशें की गईं।लेकिन कहते हैं कि जिसे ऊपरवाला चाहता है, उसे कोई गिरा नहीं सकता। अनीता अग्रवाल न केवल जीतीं, बल्कि ऐतिहासिक तरीके से नगर की जनता का विश्वास हासिल किया। उनके चुनाव जीतते ही जो लोग आलोचना कर रहे थे।वे भी उनके कार्यों को देखकर चुप होते चले गए।
मेयर अनीता अग्रवाल ने पद संभालते ही काम की शुरुआत टॉप गियर में कर दी। शहर की स्वच्छता हो,सड़कों की मरम्मत हो, स्ट्रीट लाइट्स का सुधार हो या फिर टेंडरिंग पारदर्शिता की प्रक्रिया,हर क्षेत्र में उन्होंने सक्रिय भागीदारी निभाई। उनकी सबसे बड़ी पहल रही।रुड़की में गंगा आरती की शुरुआत। ऋषिकेश और हरिद्वार के बाद रुड़की को धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान दिलाने की दिशा में यह ऐतिहासिक कदम साबित हुआ।आरती कार्यक्रम में जब पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी शामिल हुए, तो विपक्ष के स्वर भी बदलते दिखे। राजनीतिक सीमाओं से ऊपर उठकर हर वर्ग ने इस पहल को सराहा। गंगा आरती के साथ ही शहर में ‘विकास की गंगा’ भी बहने लगी।गड्ढा मुक्त सड़कें, समयबद्ध सफाई अभियान, और नगर निगम की टीम को प्रेरित करते हुए मैदान में उतरना इन सभी ने अनीता अग्रवाल को एक कर्मठ और संवेदनशील जनप्रतिनिधि के रूप में स्थापित किया।हरिद्वार जिले में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कार्यक्रम की आगवानी करना हो या मुख्यमंत्री का अपने मेयर के साथ खड़ा होना हो मुख्यमंत्री के साथ ललित मोहन अग्रवाल की घनिष्ठता एवं पारिवारिक संबंध सोशल मीडिया पर पूरे प्रदेश में देखे हैं। इससे रुड़की शहर के विकास को और गति मिलने की उम्मीद जनता को बढ़ी है।उनका शांत और मिलनसार व्यवहार, सभी वर्गों से संवाद और पार्षदों के बीच समन्वय ने उनके नेतृत्व को और मज़बूती दी। वही मीडिया, जो पहले नकारात्मक कवरेज कर रहा था, अब उनके समर्थन में रिपोर्टिंग करने लगा है। जनता को यह विश्वास होने लगा है कि अब नगर निगम ही शहर के विकास का असली केंद्र बन चुका है।
अनीता अग्रवाल और ललित मोहन अग्रवाल न केवल रुड़की के लोकप्रिय चेहरों में शामिल हैं, बल्कि एक प्रेरणा भी बन चुके हैं कि यदि नीयत साफ हो, तो आलोचना भी तारीफ में बदल सकती है।

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