देखीये कहां हुई दो सीनियर एवं जूनियरके बीच धक्का मुक्की। वरिष्ठ विपणन अधिकारी ने अपने सहायक विपिन अधिकारी पर धक्का मुक्की  एवं मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए आयुक्त से शिकायत की।

देखीये कहां हुई दो सीनियर एवं जूनियर

के बीच धक्का मुक्की।

वरिष्ठ विपणन अधिकारी ने अपने सहायक विपिन अधिकारी पर धक्का मुक्की  एवं मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए आयुक्त से शिकायत की।

यूके समाचार 24

26 सितंबर 2024

  1. रुड़की।वरिष्ठ विपणन अधिकारी ने अपने सहायक विपणन अधिकारी पर धक्का मुक्की व मानसिक उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए आयुक्त खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग उत्तराखंड देहरादून को शिकायती पत्र भेजकर विपणन अधिकारी के विरुद्ध जांच कर कार्रवाई करने की मांग की है ।वरिष्ठ विपणन अधिकारी कमल कुमार दुआ ने पत्र में बताया की सहायक विपणन अधिकारी रुड़की शाहिद हसन ने उनके साथ अभद्रता करते हुए धक्का मुक्की करने के साथ ही मानसिक उत्पीड़न करने पर उतारू है ।जब इस संबंध में वरिष्ठ विपणन अधिकारी श्रीमती सरिता देवी ने जानकारी चाही गई तो उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि वह 25 सितंबर 2024 को तबीयत खराब होने की वजह से कार्यालय में उपस्थित नहीं थी। उन्होंने कहा कि दुआ द्वारा मुझे फोन अवगत कराया गया लेकिन परिवार में झगड़ा होता रहता है। वरिष्ठ विपणन अधिकारी कमल कुमार दुआ ने वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र भेजने से पहले जब मेरे संज्ञान मामला था। मैं दोनों अधिकारियों के मामले को गंभीरता से लेकर उसको यहीं सुलह नामा कराने का प्रयास करती। लेकिन ऐसा नहीं किया गया। जब अब मेरे से ऊपर मेरे वरिष्ठ अधिकारियों को लिखित पत्र भेजा गया है अब उनका जो निर्णय होगा वही करेंगे।फोन पर जानकारी देते हुए आरएफसी देहरादून बी एल राणा ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है

    जिसकी जांच करने के लिए आरएमओ अनु जेकरे को जांच अधिकारी नियुक्त किया है ।जांच में सही तथ्य मिलने पर उचित कार्रवाई की जाएगी।कि एक राइस मिल में वरिष्ठ विपणन अधिकारी कमल कुमार दुआ ने अपने सहायक विपणन अधिकारी शाहीद के साथ राईस मिल के अंदर निरीक्षण के दौरान वीडियो बनाने के निर्देश दिए जिससे वह क्षुब्ध होकर वह बिना निरिक्षण किए ही रास्ते से वापस हो गये। उसके पश्चात दुआ भी गोदाम पर वापस लौट गए। कार्यालय पर पंहुचने उक्त सहायक विपणन अधिकारी ने धक्का मुक्की की। जिस संबंध में पत्र के माध्यम से उच्च अधिकारियों को अवगत कराया गया।की बात की जिस पर वह भड़क गए और उन्होंने उनको भली बुरी बातें कहीं जिससे कार्यालय में उनका मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा है। यदि विभागीय अधिकारीयों द्वारा सही प्रकार से जांच नहीं की गई तो वह न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे जब जांच अधिकारी से पत्रकार ने मोबाइल पर प्रकरण की जांच के संबंध में जानकारी चाही तो उन्होंने कहा कि मेरे संज्ञान में यह मामला नहीं है ।जबकि आरएफसी बी एल राणा ने फोन पर बताया कि जांच आरएमओ को सौंपी गई है जिसमे उन्हें एक सप्ताह के अंदर जांच कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए।

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