पत्रकारों पर आरोप लगाने से पहले देखें अपनी योग्यता,आर एन आई नंबर लेते वक्त नहीं देखी जाती योग्यता।
हरिद्वार।आजकल ऐसे पत्रकार कुकुरमुत्ते की तरह जन्म ले रहे
जो नेताओं और अफसरों की चापलूसी करते हुए नजर आते हैं।उन अधिकारियों के सामने दूसरे पत्रकार की बुराई करने से बाज नहीं आते।आपको यह भी मालूम नहीं है कि पत्रकार स्वतंत्र भी होता है।आज मैंने एक पत्रकार का लेख पढ़ा जिसे पढ़कर मन कुंठीत हुआ कि चम्चा मत बनो पत्रकारिता करो को आपका कुछ नहीं बिगाड़ सकता है।यही पत्रकारिता की सही तस्वीर है।